(परविन्दर कौर)भले ही आज माफिया डॉन कहे जाने वाले मुख्तार अंसारी को लेकर राजनीति गरमाई हुई है सोचने वाली बात राजनीति में ऐसे गुंडों का क्या काम चाहे कोई भी पार्टी हो पर जब चुनाव होते हैं क्या पार्टियों वाक्य में ही चित्र और चरित्र देखकर प्रत्याशी को टिकट देती हैं पार्टियां अपने फायदे के लिए चुनावों में ऐसे लोगों को टिकट दे देती है और जिसका खामियाजा बाद में लोगों को भुगतना पड़ता है और जब ऐसे लोग ऊपर बैठे आकाओं के सिर पर बैठकर तांडव करने लग जाते हैं तब पार्टियां इन से किनारा कर लेती हैं आज हर एक राजनीतिक पार्टी में ऐसे मुख्तार अंसारी हैं आखिर कब तक जनता का शोषण करने वाले ऐसे लोगों के लिए राजनीति के दरवाजे खुले रहेंगे पार्टियां भले ही एक दूसरे पर इल्जाम लगाती हैं पर खामियां सभी राजनीतिक पार्टियों में हैं कोई भी पार्टी दूध की धुली नहीं है माफिया और गैंगेस्टर से राजनीतिज्ञ बने मुख्तार अंसारी गाजीपुर के हैं और मऊ सीट से चार बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं ।मुख्तार ने पहले दो चुनाव बसपा के टिकट पर जीता और बाद में दो चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीते।


मुख्तार 2007 में बसपा में शामिल हुए और 2009 का लोकसभा चुनाव वाराणसी सीट से लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।आपराधिक गतिविधियों के कारण बसपा प्रमुख मायावती ने मुख्तार को 2010 में पार्टी से निकाल दिया।
-बसपा से निकाले जाने के बाद मुख्तार ने अपने भाई अफजाल अंसारी के साथ मिल कौमी एकता दल नाम से नई पार्टी का गठन किया।
विधायक मुख्तार.मऊ मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्र है इसीलिए मुख्तार इस सीट से चुनाव लड़ना पसंद करते हैं जबकि उनके विपक्षी हिंदू वोटों पर निर्भर रहते हैं।
जाति के आधार पर हिंदू वोटों के बंटवारे के कारण मुख्तार को जीत मिलती रही है।

मुख्तार के कारण ही मऊ साम्प्रदायिक रुप से संवेदनशील रहा है।लोगों को हिंसा के लिए भड़काने के आरोप में मुख्तार अंसारी को एक बार हिरासत में भी लिया गया था।
क्यों जेल में हैं मुख्तार
बीजेपी के विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के जुर्म में मुख्तार अंसारी अभी जेल में हैं।कृष्णानंद राय पर 29 नवंबर 2005 को एके 47 रायफल से गोलियां चलाईं गई थीं ।उनके शरीर से 67 गोलियां पाई गईं थीं। दिनदहाड़े हुई इस हत्या में कुल छह लोग मारे गए थे। कृष्णानंद राय मोहम्मदाबाद सीट से विधायक थे।कृष्णानंद राय की हत्या के मुख्य गवाह शशिकांत राय की 2006 में रहस्यमय तरीके से मौत हो गई थी।
अन्य मामलों के अलावा कृष्णानंद राय की हत्या मामले में मुख्तार मुख्य आरोपी हैं। और वही आज पंजाब की रोपड़ जेल में बंद मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी पुलिस लेकर रवाना हो गई

By DTI