हरिद्वार। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े और श्री पंच शंभू अटल अखाड़े ने अपने अखाड़ों में कुंभ समाप्ति की घोषणा कर दी है। इसके तहत दोनों अखाड़ों ने बाहर से आए संत-महात्माओं और श्रद्धालुओं से अपने मूल स्थान पर जाने का आग्रह किया है। वहीं, अब जूना अखाड़े में कुंभ के निमित्त कोई भी कार्य नहीं किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत के बाद जूना अखाड़े ने अपने अखाड़े में कुंभ समाप्ति की घोषणा की। इसके बाद श्री पंच शंभू अखाड़े ने भी अपने अखाड़े में कुंभ समाप्ति की घोषणा की। जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि अपने अखाड़े में कुंभ का विसर्जन कर दिया है और अब अखाड़े में कुंभ के निमित्त कोई कार्य नहीं किया जाएगा।

इसके साथ ही अग्नि और आह्वान और किन्नर अखाड़े का कुंभ भी समाप्त हो गया है, क्योंकि यह सभी जूना अखाड़े के साथ ही कुंभ के आयोजन में शामिल होते हैं। उन्होंने बताया कि यह फैसला कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए लिया गया है।
वहीं, श्री पंच शंभू अटल अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर श्रीश्री 1008 स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि कुंभ के निमित्त आगे होने वाले अनुष्ठान अखाड़े के चार-छह संत-महात्मा प्रतीकात्मक रूप से पूरा करेंगे। आपको बता दें कि इससे पहले निरंजनी और आनंद अखाड़ा भी अपने यहां कुंभ समाप्ति की घोषणा कर चुका है।

By DTI