( परविन्दर कौर)किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान 26 जनवरी को हुई हिंसा के आरोपी दीप सिद्धू ने बीती सुनवाई के दौरान(8 अप्रैल) स्वयं को निर्दोष बताते हुए जमानत देने का आग्रह किया था।सिद्धू ने कहा था कि उसे फर्जी तरीके से मामले में फंसाया जा रहा है।वहीं अभियोजन पक्ष ने जमानत पर आपत्ति जताते हुए उसे मुख्य आरोपी बताया था।
दीप सिद्धू पर हैं ये आरोप इधर, दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू की जमानत का विरोध करते हुए कहा कि सिद्धू न सिर्फ उस दिन हिंसा में शामिल था बल्कि एक दिन पहले उसने पूरी साजिश भी रची थी.
लोनी का रूट लेकर वह सीधा लाल क़िला पहुंचा था. इतना ही नहीं उसने लोगों को झंडा फहराने के लिए उकसाया. इसके लिए बकायदा 25 जनवरी को सिंघु बॉर्डर पर एक मीटिंग की गई थी. फिर 26 जनवरी को सिद्धू लाल क़िला पर दोपहर 1 बजकर 54 मिनट पर पहुंच गया था. इस हिंसा में 144 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए. यह सब दीप सिद्धू की वजह से ही हुआ. अब दीप सिद्धू के वकील ने क्या कहा वो पढ़े
दीप सिद्धू के वकील ने कहा कि दीप सिद्धू लाल क़िला पर बहुत बाद में पहुंचा था. फोन रिकॉर्ड और दीप सिद्धू के रूट जांच एजेंसियों ने वेरीफाई किए.
हिंसा की कोई भी वारदात दीप सिद्धू ने अंजाम नहीं दी. हालांकि दीप सिद्धू गलत समय पर गलत जगह पर मौजूद था. दीप सिूद्धू वहां पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन के लिए मौजूद था, वहां पर मौजूद भीड़ को शांत करवाने की कोशिश भी की. शांति से प्रदर्शन करना संवैधानिक अधिकारों से एक है

By DTI