हरिद्वार/रुड़की। हर्षिता नीम हकीम खतरा जान की कहावत हरिद्वार जनपद के रुड़की में उस समय सही साबित हो गई जब एक सड़क छाप डॉक्टर द्वारा विकलांग बच्चे को ठीक करने के दावे से उसके हाथ पांव और पेट जोर से दबा दिया जिससे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई

आम आदमी पार्टी के कर्नल अजय कोठियाल काशीपुर में गरजे

रुड़की के खेमपुर निवासी दिलशाद ने बताया कि उसका 12 साल का बेटा अब्दुल कलाम दिव्यांग था। उसके हाथ-पांव काम नहीं करते थे। यही नहीं वह ठीक से बोल भी नहीं पाता था। सोमवार शाम को एक व्यक्ति वहां आया। व्यक्ति उनकी पत्नी से मिला। उसकी पत्नी बच्चे को लेकर काफी परेशान रहती है। इसी के चलते उसने बच्चे की दिव्यांगता के बारे में उसे बताया। व्यक्ति ने बताया कि वह बच्चे को ठीक कर देगा।
इस पर वह व्यक्ति को घर के अंदर ले आई। उसने बच्चे के उपचार के नाम पर उसके हाथ-पांव मोड़े साथ ही उसका पेट भी दबा दिया। कुछ ही देर में बच्चे की मौत हो गई। यह देख वो मौके से फरार हो गया। मामले की जानकारी मंगलौर कोतवाली पुलिस को दी गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

By DTI