दिव्या टाइम्स इंडिया ।

रुद्रपुर,जिला विकास प्राधिकरण का फर्जी नोटिस बना कर लोगो से अवैध वसूली करने के मामले में रुद्रपुर कोतवाली पुलिस ने दो कथित पत्रकारों को गिरफ्तार किया है।

आरोपियों से प्राधिकरण की फर्जी मुहर, अवैध वसूली किए 12 हजार सहित एक बाइक और एक विल्वेयर बरामद की है। आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। दोनो आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी अपराधिक मुकदमे दर्ज है।

अवैध वसूली करने वाले अपराधियों पर एसएसपी डा मंजुनाथ टीसी का सख्त एक्शन।जिला प्राधिकरण रुद्रपुर के नाम पर अवैध वसूली करने वाले दो अभियुक्तों को उधम सिंह नगर पुलिस द्वारा किया गिरफ्तार |

जिला प्राधिकरण रुद्रपुर के नाम से कूट रचित

दस्तावेज बनाकर, कर रहा था अवैध वसूली पुलिस टीम हेतु एसएसपी महोदय द्वारा की गई 1500 रुपये के ईनाम की घोषणा

कोतवाली रुद्रपुर में वादी की लिखित तहरीर के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 532/2023 धारा 420/468/384 भादवि० बनाम मो० सलीम खान आदि पंजीकृत किया गया था। मुकदमा की विवेचना वरिष्ठ उप निरीक्षक श्री अर्जुन गिरी के सुपुर्द तथा मामले की गम्भीरता को देखते हुए श्रीमान् वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय उधम सिंह नगर के निर्देशों के अनुसार श्रीमान् पुलिस अधीक्षक नगर रुद्रपुर व क्षेत्राधिकारी नगर रूद्रपुर महोदय के निकट पर्वेक्षण में प्रभारी निरीक्षक रुद्रपुर के नेतृत्व में शीघ्र मामले के खुलासे व अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमें गठित की गयी थी।

मामले के खुलासे हेतु गठित की गयी टीमों द्वारा 05 घण्टे के भीतर ही पतारसी सुरागरसी करते हुए अभि० सलीम खान पुत्र गुलाम नवी नि० गांधी कालोनी रुद्रपुर व अभि० वरुण बाँध पुत्र मलुब सिंह बाँध नि० शेखपुरी थाना जानी मैरठ हाल भूतबंगला रुद्रपुर को गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त गणो की निशादेही पर उनके द्वारा विकासप्राधिकरण के नाम से कूटरचित नोटिस जारी करने में उपयोग में लाये जा रहे दो मोहरे एवं 09 लिफाफे 12000 रुपये तथा घटनामें प्रयुक्त किये 01 मो०सा० व 01 व्हील चेयर तथा अभियुक्त गण दद्वारा जारी किया कूटरचित नोटिस (अकबर टूल्स गांधी कालोनी के नाम पर जारी किया गया ) जिला विकास प्राधिकरण रुद्रपुर का नोटिस बरामद किया गया।

दोनो ही अभि० गण शातिरह किस्म के अपराधी है इस प्रकार के अपराधओ को दोनो ही मिलकर पत्रकारिता की आड़ में मो० सा० में पुलिस का लोगो व पुलिस लिखवाकर व भोले भाले लोगो को प्राधिकरण के नोटिस भेजकर अवैध वसूली करते है, दोनो का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है जिसका विवरण निम्नवत है

By DTI