देहरादून,हर्षिता।आपकी दवाइयां असली है या नकली ? जी हां, चौंकिए बिल्कुल भी मत। दिल्ली स्थित एक नामी कंपनी की फर्जी दवा बनाने का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस मामले मे दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लग्जरी कार में घूम रहे दोनों आरोपियों के पास से भारी मात्रा में जीवनरक्षक नकली दवाएं बरामद की गईं हैं।

पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर दवा बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले सॉल्ट भी सीज किए गए है। पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने नकली दवाएं बनाकर देश भर में सप्लाई की है। नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ देहरादून पुलिस ने किया है। दिल्ली की एक नामी कंपनी की नकली दवाइयां बनोन के लिए उउत्तराखं के हरिद्वार जिले में फैक्ट्री संचालित हो रही थी।

दवा सप्लाई की फर्म देहरादून के सहस्रधारा रोड क्षेत्र में खोली हुई थी। दो आरोपी गिरफ्तार करते हुए उनसे लाखों रुपये की दवा बनाने का साल्ट और पैक्ड दवाएं बरामद हुई हैं। आरोपियों ने दो साल में फैक्ट्री से करोड़ों रुपये की संपत्तियां जुटा ली नकली दवा बनाए जाने को लेकर जगसोनपाल फार्मास्युटिकल कंपनी गुरुग्राम के डिप्टी मैनेजर विक्रम रावत ने रायपुर थाने में केस दर्ज कराया।

कहा कि उनकी कंपनी इंडोकैप और इंडोकोप एस नामक दर्द निवारक दवाएं बनाती है। तहरीर में कहा कि नई दिल्ली में दवा कारोबार करने वाले परिचित ने बीते 27 सितंबर को उनकी फैक्ट्री का दौरा किया। बताया कि एसएस मेडिकोज फर्म से उनकी कंपनी की दवाएं खरीदी। जो असर भी कम कर रही है और उनकी कंपनी से पैकिंग रैपर भी थोड़ा अलग है। इस दवा की लैब में जांच कराई तो पता लगा कि दवा उनकी कंपनी में नहीं बनी है।

गोपनीय तरीके से उनकी कंपनी के नाम से फर्जी फैक्ट्री में दवा बनाए जाने का पता लगा। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि केस दर्ज करते हुए दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपियों की पहचान सचिन शर्मा (40) पुत्र नरेंद्र कुमार मूलनिवासी अशोकपुरम निकट गोदावरी होटल दिल्ली रोड थाना मंगलौर रुड़की हाल निवासी अमेजन कालोनी, सहस्रधारा रोड और विकास (32) पुत्र उदयवीर निवासी बेड़ा आसा तहसील जानसठ थाना सिखेड़ा जिला मुजफ्फरनगर यूपी हाल निवासी अमेजन कालोनी सहस्रधारा रोड के रूप में हुई।

By DTI