हरिद्वार, हर्षिता।विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्तराखण्ड राज्य के लिए जीते पदक
हरिद्वार, 04 जून। भारत की योग और अध्यात्म पर आधारित एकमात्र विश्वविद्यालय के रूप में पतंजलि विश्वविद्यालय ज्ञान-विज्ञान और दर्शन में नवाचार के नए आयाम छू रही है। इसका ताजा उदारहण हाल ही विश्व स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता ‘अंतर्राष्ट्रीय गीता ओलंपियाड 2024’ में देखा जा सकता है। प्रतियोगिता में पतंजलि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपना लोहा मनवाया।
यह प्रतियोगिता केन्द्रीय संस्कृत विश्विद्यालय नई दिल्ली और लिटिल गुरु के संयुक्त तत्वाधान में संपन्न हुई जिसने लगभग सभी देशों ने ऑनलाइन भाग लिया। विश्व स्तर पर आयोजित इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड राज्य के लिए अर्जुन स्तर पर पतंजलि विश्वविद्यालय की कुमारी साक्षी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है, केशव स्तर राज्य के लिए विश्वविद्यालय की ही मानसी ने प्रथम एवं स्वामी योगेशदेव ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
पतंजलि विश्वविद्यालय के स्तर जिन प्रतिभागियों ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया, उनमें अर्जुन स्तर पर अशोक ने प्रथम, रुकमणि ने द्वितीय तथा दिशा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। केशव स्तर प्राची ने प्रथम, सदीक्षा ने द्वितीय तथा सूर्यकांति ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
प्रतियोगिता को सफल बनाने में डॉ. साध्वी देवप्रिया जी (डीन, मानविकी एवं प्राच्य विद्या) तथा पूज्य स्वामी आर्षदेव जी कुलानुशासक पतंजलि विश्वविद्यालय का विशेष मार्गदर्शन रहा। आचार्य बद्रीनाथ बेल्लारी ने प्रतियोगिता के समन्वयक के रूप में सहयोग प्रदान किया।