हरिद्वार, हर्षिता। ड्रग्स कंट्रोल विभाग की टीम ने आज अपर आयुक्त के निर्देशानुसार डी.डी.सी. श्री हेमंत सिंह नेगी के नेतृत्व में रामपुर चुंगी क्षेत्र में मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं एवं एक दवा निर्माण इकाई का औचक निरीक्षण किया।


🔍 निरीक्षण की मुख्य बातें:
दर्जनभर मेडिकल स्टोर्स व थोक विक्रेताओं की गहन जांच
5 जीवन रक्षक दवाओं के नमूने लिए गए
5 मेडिकल स्टोर्स पर गंभीर अनियमितताएं पाई गईं
2 मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस निरस्त किए गए
3 मेडिकल स्टोर्स का स्टॉक तत्काल प्रभाव से सीज़ किया गया
टीम द्वारा निरीक्षण के दौरान एक दवा निर्माण इकाई का भी निरीक्षण किया गया, जो बीटा एवं नॉन-बीटा श्रेणी की दवाएं बनाती है। निरीक्षण में GMP मानकों की अनदेखी पाई गई, जिसे सुधारने के स्पष्ट निर्देश दिए गए। चेतावनी दी गई कि पुनः मानकों का उल्लंघन पाए जाने पर कंपनी का लाइसेंस भी निलंबित किया जा सकता है।
💬 डी.डी.सी. श्री हेमंत सिंह नेगी ने कहा:
“जनहित में दवाओं की गुणवत्ता बनाए रखना सर्वोपरि है। विभाग द्वारा तय मानकों के अनुसार निर्माण एवं भंडारण न करने वालों पर कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।”
📌 महत्वपूर्ण निर्देश:
थोक और फुटकर विक्रेता खरीद-विक्रय का रिकॉर्ड व्यवस्थित रखें
नारकोटिक दवाएं केवल वैध पर्ची पर और फार्मासिस्ट की मौजूदगी में वितरित हों
बिना बिल के दवाओं की खरीद पर रोक, नकली दवाओं के व्यापार पर सख्ती
🧾 निरीक्षण टीम:
- डीडीसी – श्री हेमंत सिंह नेगी
- वरिष्ठ औषधि निरीक्षक – श्री नीरज कुमार, श्रीमती अनीता भारती
- औषधि निरीक्षक – श्री मनेंद्र सिंह राणा, श्री हरीश सिंह, कु. मेघा, निधि रतूड़ी, निशा रावत
🔔 ड्रग विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्माण इकाइयों और विक्रेताओं पर औचक निरीक्षण की यह प्रक्रिया आगे भी लगातार जारी रहेगी।