हरिद्वार, 06 अक्टूबर 2025, हर्षिता।
जनपदवासियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस दौरान कुल 65 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 28 शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया।
शेष मामलों को संबंधित विभागों को तत्काल कार्यवाही के लिए प्रेषित किया गया।
🔹 विभिन्न विभागों से जुड़ी समस्याएं
जनसुनवाई में राजस्व, भूमि विवाद, अतिक्रमण, जलभराव, पेयजल, विद्युत आदि से संबंधित शिकायतें प्रमुख रहीं।
कई नागरिकों ने अपने व्यक्तिगत एवं सामुदायिक मुद्दों को रखते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की।
प्रमुख शिकायतें –
गुलशाना निवासी ग्राम बंदरजुड़ ने बताया कि उनकी भूमि पर निर्माण कार्य को वन विभाग रोक रहा है।
रणधीर सिंह निवासी नाथनगर ज्वालापुर ने खतौनी में आदेश दर्ज कराने की मांग की।
इनामु अली ग्राम हजारा ग्रंट ने खेत में जलभराव की समस्या रखी, जो सड़क निर्माण के बाद उत्पन्न हुई।
पंकज सैनी, कृष्णा नगर ने सड़क के बीचोंबीच लगे बिजली के पोल को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया।
भूपेंद्र सैनी, रावली महदूद ने सिडकुल से बैरियर नंबर 6 तक हो रहे अतिक्रमण की शिकायत दर्ज कराई।
रेशमा, डालूवाला कलां ने बच्चों के नाम गलत राशन कार्ड में दर्ज होने की शिकायत की।
बोहाती, ग्राम कुमाराड़ा ने भूमि पैमाइश कराने की मांग की।
सुशील कुमार, बनजारेवाला ने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जों की शिकायत दर्ज कराई।
🗣️ “लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी” – जिलाधिकारी मयूर दीक्षित
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जनसुनवाई में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध और पारदर्शी निस्तारण किया जाए।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता पाई गई, तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
📞 सीएम हेल्पलाइन पर भी त्वरित निस्तारण के निर्देश
सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि
शिकायतों का समाधान समय सीमा के भीतर किया जाए तथा आवेदनकर्ताओं से दूरभाष पर संपर्क कर वास्तविक स्थिति की जानकारी ली जाए।
👥 बैठक में उपस्थित अधिकारीगण
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी,
उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश,
मुख्य वित्त अधिकारी अजय कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह,
जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी नलिनी ध्यानी,
मुख्य क्रीड़ा अधिकारी शैफाली गुरांग, डीएसओ तेजबल सिंह,
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत,
अपर निदेशक मत्स्य विभाग गरिमा मिश्रा,
अधिशासी अभियंता यूपीसीएल दीपक सैनी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।