संभल,उतर प्रदेश।उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि बहुत से मामलों में आपने धूमिल होते हुए देखी होगी, लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों के ऐसे सराहनीय काम भी होते हैं, जो लोगों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ देते हैं. संभल जिले में एक एसएचओ ने भी अपने कार्यकाल के दौरान फर्ज निभाते हुए लोगों के दिलों में इस कदर जगह बना ली, कि उनके तबादले की खबर ने सभी को परेशान कर दिया. हालांकि सरकारी आदेश में कोई कुछ नहीं कर सकता, लेकिन यहां के लोगों ने बेहद ही शानदार अंदाज में उनकी विदाई की.
संभल के असमोली थाने में तैनात एसएचओ रणवीर सिंह के लिए ये पल बेहद शानदार रहा. यूपी पुलिस में न जाने कितने पुलिसकर्मियों के तबादले होते हैं और वे इधर-उधर पहुंच जाते हैं, पर किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन जब एसएचओ रणवीर सिंह का ट्रांसफर हुआ, तो लोग परेशान हो उठे.
कुछ दिन पहले एसएचओ का ट्रांसफर अमरोहा जिले में हो गया, जिसके बाद लोगों ने उनकी फेयरवेल पार्टी रखी थी. लोगों ने अपने चहेते थाना प्रभारी की विदाई पार्टी को यादगार बनाने के लिए खास इंतजाम किए.
जिले में 6 साल चार महीने तक अलग-अलग थानों में तैनात रहे रणवीर सिंह को सरकारी फरमान के बाद जाना तो था ही, पर लोगों ने उनकी विदाई बेहद ही शानदार तरीके से की. बड़ी संख्या में कोतवाली पहुंचे लोगों ने एसएचओ को माला पहनाई, इसके बाद ढोल नगाड़ों के साथ थाने में जश्न का माहौल देखा गया.
एसएचओ को एक दूल्हे की तरह पगड़ी पहनाई गई, जिसके बाद उन्हें बग्गी पर सवार किया गया. फिर ये बग्गी पूरे क्षेत्र में घूमी. जिस तरह बारात में लोग नाचते झूमते चलते हैं, उसी तरह इस विदाई यात्रा का माहौल भी दिखाई दिया.
जिस तरह बारात में दूल्ह के सिर पर नाटों को रख न्यौछावर की जाती है, उसी तरह एसएचओ की न्यौछावर करने वालों में होड़ मची हुई थी. बग्गी पर चढ़कर लोग 100 और 500 के नोटों से एसएचओ की न्यौछावर कर रहे थे।
एसएचओ की शानदार तरीके से की गई विदाई की चर्चा जोरों से चल रही है. अपने छह साल 4 महीने के दौरान एसएचओ ने जिले के विभिन्न थानों में रहते हुए कई गुडवर्क किए. 52 से अधिक मुठभेड़ों में शामिल रहे एसएचओ ने कई बड़े अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया.
हालांकि इस विदाई समारोह के दौरान स्वागत करने वाले कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आए. न लोगों के मुंह पर मास्क दिखाई दे रहा था और नाहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ही किया जा रहा था.