ऋषिकेश ,मनीषा वर्मा । उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच वह उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति की एक आवश्यक बैठक गोपाल कुटी में आहूत की गई जिसमें समिति के केवल कैबिनेट के लोगों ने ही भाग लिया उक्त बैठक में निर्णय लिया गया राज्य सरकार द्वारा राज्य आंदोलनकारियों के हित में वह पर देश हित में चुनाव से पहले सही निर्णय नहीं लिए गए तो निश्चित तौर से 2022 का चुनाव ऐतिहासिक होने वाला है समिति ने निर्णय लिया कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जहां से भी चुनाव लड़ेंगे उनके खिलाफ राज्य आंदोलनकारी जो भी उनके द्वारा उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार व उसको जनता में प्रचारित प्रसारित किया जाएगा कारण त्रिवेंद्र रावत द्वारा जो भी निर्णय ले गए उत्तराखंड के हित में नहीं लिए गए चाहे भू कानून का मामला हो चाहे समूह ग और घ की भर्ती का मामला हो प्राधिकरण का मामला हो साडे 4 सालों में त्रिवेंद्र रावत ने उत्तराखंड को डुबोने का काम किया यह भी निर्णय लिया गया कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रेमचंद अग्रवाल विधानसभा अध्यक्ष हैं उन्होंने भी जनहित में राज्य आंदोलनकारियों के हित में कोई काम अपने कार्यकाल में नहीं करवाया उनके खिलाफ भी राज्य आंदोलनकारी एकत्रित होकर के मोर्चा खोलेंगे ताकि आने वाले 2022 मैं जो भी विधायक मंत्री मुख्यमंत्री बने उनको अपनी औकात का पता रहे कि आंदोलनकारी ऐसा भी पलटवार कर सकते हैं ।
अंत में राजा आंदोलनकारियों ने अपने मांग पत्र में कहा कि उत्तराखंड में भू कानून हिमांचल की तर्ज पर बनाया जाए प्राधिकरण को पहाड़ी क्षेत्रों से खत्म किया जाए आने वाली परिसीमन में क्षेत्रफल के आधार पर परिसीमन किया जाए समूह ग और घ की भर्तियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाए राज्य आंदोलनकारियों की पेंशन का वर्गीकरण न करके एक समान पेंशन की जाए अभी तक राज्य आंदोलनकारियों के हित में जो भी शासनादेश जारी हुए हैं उनका अवलोकन कर एक्ट बनाया जाए आंदोलनकारियों को जो पेंशन मिल रही है उसको उसका पेंशन पट्टा मैं परिवर्तित किया जाए राज्य आंदोलनकारियों को राज्य निर्माण सेनानी घोषित किया जाए 10 परसेंट क्षेतीज आरक्षण पर सरकार तुरंत निर्णय ले अन्यथा आने वाले चुनाव में 2022 में समर्थ प्रदेश के 13 जिलों के आंदोलनकारी अपने-अपने जिलों में जो सोए हुए मंत्री और विधायक हैं उनके खिलाफ बिगुल बजाने का काम करेंगे ताकि निकम्मी विधायक मंत्रियों को दोबारा सत्ता में आने का मौका नहीं मिले बैठक में मुख्य रूप से वेद प्रकाश शर्मा डीएस गुसाईं गंभीर मेवाड़ विक्रम सिंह भंडारी महेंद्र सिंह बिष्ट जयप्रकाश खंडूरी बलवीर नेगी दीपक रतूड़ी बिट्टू कंडवाल बृजेश डोभाल दयाराम रतूड़ी राजीव राणा आदि मौजूद थे