मुरादाबाद, डीटीआई न्यूज़।उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद में पिछले 50 सालों से आयोजित होने वाली थाना नागफनी इलाके के पुराना दसवां घाट स्थित रामलीला के मंच पर अलग ही नजारा दिखाई दिया. स्टेज पर रामलीला मंचन नहीं हो रहा था, बल्कि सभी मुख्य पात्र राम, लक्ष्मण, सीता और रामलीला कमेटी के लोग मोमबत्ती जलाकर प्रदर्शन करते नजर आए. पूरा पंडाल खाली पड़ा था. कारण था रामलीला मंचन के लिए बिजली नहीं मिलना इसलिए कमेटी और रामलीला के मुख्य पात्र नगर निगम व बिजली विभाग के खिलाफ रामलीला के मंच पर ही धरने पर बैठ गये.
आरोप है कि 4 अक्टूबर से जनरेटर चलाकर रामलीला मंचन हो रहा था. बाद में पुलिस भी रामलीला मंच स्थल पर पहुंची लेकिन बातचीत कर कुछ देर बाद वापस चली गई. बिजली विभाग के अधिकारियों से जब सम्पर्क करने का प्रयास किया तो किसी भी अधिकारी ने फोन नहीं उठाया.
कमेटी अध्यक्ष यथार्थ किशोर ने बताया, ‘हमें बिजली मीटर नहीं दिया जा रहा है. 50 साल पुरानी रामलीला के मंचन में 2019 से ये समस्या है. पहले हम ADM CITY साहब को एक प्रार्थना पत्र दिया करते थे. उनके आदेश पर नगर निगम द्वारा दे सुविधा दी जाती थी. इस बार सिर्फ सफाई कि व्यवस्था चल रही है. 4 अक्टूबर से रामलीला शुरू होने के बाद आश्वासन ही दिया जा रहा है. जनरेटर से अपने खर्च पर रामलीला कर रहे हैं. रामलीला कमेटी दानदाताओं का सारा पैसा तेल में लगा देगी तो लाइट और टेंट वालों को पैसे कहां से देंगे. अगर विद्युत सप्लाई नहीं मिलेगी तो हम मंच पर धरने पर बैठे हैं. मुख्यमंत्री से निवेदन है कि हमारी समस्या को देखते हुए मीटर प्रदान करें आगे अध्यक्ष मैं रहूं या कोई और परेशानी न हो. अधिकारियों से बात कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है.
वहीं राम का पात्र निभाने वाले कलाकार लोकेश ने कहा, ‘मैं श्रीराम जी का मंचन कर रहा हूं. कमेटी वाले बहुत परेशान हो रहे हैं. इन्हें लाइट कि सुविधा नहीं मिली है और हर साल इन्हें लाइट कि सुविधा मिलती है. इस साल नगर निगम वाले लाइट की सुविधा नहीं दे रहे. इसलिए सब लाग धरने पर बैठे हैं. जल्दी लाइट कि सुविधा दी जाए नहीं तो रामलीला नहीं हो पायेगी. आज लाइट नहीं है इसलिए मोमबत्ती लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. अब यही गुजारिश है कि लाइट रहे वरना इसी कारण रामलीला का मंचन बाधित होती रहेगी.’