(परविंदर कौर) कुछ दिनों से चल रहा पंजाब प्रेस क्लब की प्रधानगी का विवाद खत्म हो गया है। जिला प्रशासन ने क्लब के दोबारा चुनाव करवाने का फैसला लिया है। मंगलवार को एडीसी हिमांशू जैन, डीसीपी गुरमीत सिंह, एडीसीपी सुहेल मीर और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में डीसी दफ्तर में दोनों पक्षों की बैठक रखी गई। सतनाम सिंह मानक पक्ष से मनोज त्रिपाठी, लखविंदर सिंह जौहल, राकेश शांतिदूत, पाल सिंह नौली मौजूद थे जबकि सुनील रुद्रा पक्ष से संदीप साही, निखिल शर्मा, राजेश कपिल, रमेश गाबा और राजेश थापा मौजूद थे। एडीसी हिमांशू जैन की अगुवाई में दोनों पक्षों के बीच काफी बातचीत हुई और बहस बाजी भी की गई।
दोनों पक्षों की तरफ से किसी भी बात पर सहमति नहीं बन रही थी जिसके चलते एडीसीपी सुहेल मीर ने चुनाव करवाने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव पर दोनों ही पक्षों ने सहमति जताई जिसके बाद एडीसी हिमांशु जैन ने पंजाब प्रेस क्लब के दोबारा चुनाव करवाने का फैसला लिया। एडीसी ने बताया कि क्लब के चुनाव पुरानी वोटर सोची के आधार पर ही होंगे और चुनाव तारीख जल्द बता दी जाएगी। साथ ही उन्होंने क्लब की पुरानी बॉडी को ही काम करने के आदेश दिए हैं, यानी कि क्लब की नई टीम को भंग कर दिया गया है। सुनील रुद्रा ने इस फैसले को लोकतंत्र की जीत बताया है।
इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ पत्रकार सर्वेश भारती ने कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है। क्योंकि सतनाम सिंह मानक जोकि पत्रकारिता जगत में उतने बड़े नाम नही जितना वह सोच बैठे थे और लोगों को इंसाफ दिलवाने वाले पत्रकारों पर ही अपनी प्रधानगी की धक्केशाही को थोप रहे थे। जिसको लेकर डॉ. सुरिंदर पाल की अगुवाई में अभिनंदन भारती, रमेश नैय्यर, हरीश शर्मा, निखिल शर्मा, राजेश शर्मा, संदीप साही, गगन वालिया, राजेश कपिल, राजेश थापा, रमेश गाबा आदि ने संघर्ष कर करीब 50 दिन पश्चात यह जीत रूपी फैसला लाने में सफल हुए।