देहरदूंन,डीटी आई न्यूज़। लोन ऐप के जरिए न केवल ठगी की जा रही है बल्कि उनका डाटा भी चोरी किया जा रहा है. यह खुलासा हाल ही में स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए गैंग से हुआ है. यह गैंग ना केवल डाटा चोरी कर रहा था बल्कि महिलाओं की फोटो से छेड़छाड़ कर उनसे जबरन उगाही भी कर रहा था. किस तरीके से यह लोगों के साथ ठगी और जबरन उगाही को अंजाम देता है और इनसे कैसे बचा जा सकता है,
जानकारी के अनुसार भारत में कई ऐसे ऐप हैं जो पांच मिनट में ऑनलाइन लोन देने का दावा करते हैं. इस तरह के ऐप लोन देने की बात कर अपना ऐप डाउनलोड करने के लिए कहते हैं. ग्राहक जब उनके ऐप को डाउनलोड करता है तो वह उनसे कई तरह की परमिशन लेते हैं. यह परमिशन देने से लोगों के मोबाइल के सभी कांटेक्ट, फोटो, गैलरी आदि का डाटा इस गैंग के पास चला जाता है.
यह गैंग उन्हें विदेश में बैठे अपने आकाओं के सर्वर पर भेज देता है. वहां बैठे जालसाज पीड़ितों की फोटो या वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे आपत्तिजनक बना देते हैं, फिर इसे वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया जाता है. यही नहीं, वीडियो या फोटो को कॉन्टैक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को भेजने की धमकी दी जाती है. इससे घबराकर पीड़ित आरोपियों के खाते में रुपये भेज देते हैं.
साइबर एक्सपर्ट मोहित यादव ने बताया कि लोन ऐप के जरिये इस तरह की ठगी करने वाले कई गैंग सक्रिय हैं. यह लोग दाे मिनट में लोन देने का झांसा देते हैं और उनके मोबाइल से सभी डाटा को चोरी कर लेते हैं. उन्होंने बताया कि इस तरह के जालसाज ऐप डाउनलोड करने के दौरान ग्राहक से परमिशन मांगते हैं. यह परमिशन देते ही उनका सभी डाटा आरोपियों के पास चला जाता है.
लोन ऐप के झांसे में ना आएं, यह लुभावना हाेता है लेकिन खतरनाक होता है
किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसके रिव्यू इंटरनेट पर जाकर चेक कर लें
किसी भी ऐप को डाउनलोड करते समय उसे अपने कांटेक्ट, फोटो, गैलरी आदि की परमिशन ना दें
अपने मोबाइल में एंटीवायरस अवश्य डाल लें, अगर आपके मोबाइल से डाटा चोरी होता है तो यह आपको उससे अवगत कराएगा
इसके बावजूद अगर आप ठगी का शिकार हो जाते हैं तो साइबर सेल में शिकायत दर्ज करा सकते हैं