ऋषिकेश मनीषा वर्मा । आज त्रिवेणी घाट पर गंगा किनारे श्री प्रवीण कुमार काशी, अरविंद हटवाल , सुरेंद्र सिंह नेगी जी द्वारा पहले तो संकल्प किया गया कि अगर 29 तारीख को स्थाई राजधानी गैरसैंण के लिए सरकार घोषणा नहीं करती है तो हमें मजबूरन आत्मदाह के लिए मजबूर होना पड़ेगा। आज तय कार्यक्रम के अनुसार सबसे पहले मां गंगा की पूजा अर्चना के बाद अपने खून से अपनी मांग स्थाई राजधानी गैरसैंण हो तत्पश्चात अरविंद हटवाल जी ने कहा जब तक हमारे डीजीपी सचिव मुख्य सचिव, विधायक मुख्यमंत्री स्वयं पहाड़ों में नहीं बैठेंगे तब तक पहाड़ का विकास एक कल्पना बन कर ही रह जायेगा।उन्होंने कहा कि आज भी मंत्री कहते हैं जो गलत काम करेगा उसे हम पहाड़ों में भेज देंगे ।
जब खुद ही वो पहाड़ों में बैठेंगे तब कोई भी कर्मचारी, डॉक्टर पहाड़ों में जाने से नहीं घबराएगा।
प्रवीण सिंह काशी जी ने कहा उत्तराखंड में दो राजधानी सही नहीं हैं । उत्तराखंड मैं स्वास्थ्य , शिक्षा और रोजगार पर सरकार प्रयास नहीं कर पा रही है और दो राजधानी बनाकर अय्याशी का अड्डा बना रखा है। साथी सुरेंद्र सिंह नेगी जी ने कहा यह खून से लिखा हुआ पत्र मुख्यमंत्री जी को आभास कराने के लिए है कि अभी भी जाग जाओ नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब हम लोगों को मजबूरन गलत कदम उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा युवा मुख्यमंत्री से बहुत आस है। आज सबने एक स्वर में स्थाई राजधानी गैरसैण की मांग उठाई।