हरिद्वार,संजीव मेहता।उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के गठन के लिए 14 फरवरी को हुए मतदान के बाद सियासी दलों के बीच अब हार-जीत के गुणा-भाग के साथ कयासों का दौर शुरू हो गया है। भाजपा जहां दोबारा सत्ता में वापसी कर हर पांच साल में सरकार बदलने का मिथक तोड़ने का दम भर रही है, वहीं कांग्रेस भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस व भाजपा के दावों से तो यही कहा जा सकता है कि इस समय उत्तराखंड में कांग्रेस और भाजपा की दोनों की सरकार बन चुकी है इस समय कांग्रेस द्वारा तैयार किए गए आंकड़ों के मुताबिक उन्होंने मान लिया है कि उनको 55 सीट मिलने वाली है जबकि भाजपा का दावा है कि वह 60 जीतकर उत्तराखंड में फिर सरकार बनाएगी लेकिन यह तो 10 मार्च को परिणाम आने के बाद ही पता चल पाएगा कि चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा।
गणेश गोदियाल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का दावा है कि चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा ने तमाम ऐसी चालें चलीं ताकि चुनाव मुद्दों से भटक जाए। उपलब्धियों के नाम पर उनके पास बताने के लिए कुछ नहीं था। हम उत्तराखंड के मुद्दों पर अडिग रहे। पूरे चुनाव में हमें जनता का भरपूर सहयोग मिला है। यह तय है कि 10 मार्च को हम सरकार बनाने जा रहे हैं।
मदन कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा का कहना है कि
चुनाव में मतदाताओं का उत्साह देखते ही बना। भाजपा जिन मुद्दों को लेकर चुनाव में जनता के बीच गई, जनता ने उन्हें हाथों हाथ लिया। हमें पूरा भरोसा है कि मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया। इसमें कोई संदेह नहीं कि भाजपा एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है।