उत्तरकाशी,दिव्य टाइम्स इंडिया दिवाली के दिन से सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए बचाव अभियान आज 10वें दिन भी जारी है। मंगलवार का दिन मजदूरों के लिए एक और राहत लेकर आया। दिल्ली से एंडोस्कोपिक कैमरे मंगाए गए थे जिन्हें आज मंगलवार को पाइप से भीतर पहुंचाया गया। इस दौरान कैमरे से टनल के भीतर फंसे हुए सभी 41 मजदूर दिखाई दिए। सभी सुरक्षित हैं।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे हुए 41 श्रमिकों के लिए भोजन तैयार किया गया। कुक संजीत राणा ने बताया क‍ि श्रमिकों को कम मिर्ची, कम मसालेदार और कम तेल वाला खाना दिया जा रहा है। पाइप छोटा है, इसलिए इतना खाना दिया जा रहा है जो आसानी से अंदर तक जा सके। बताया क‍ि आज खाने में वेज पुलाव, मटर पनीर और बटर चपाती बनाई है। करीब 150 पैकेट बनाए गए। सभी चीजें डॉक्टर की देखरेख में तैयार की गई हैं। सभी को आसानी से पचने वाला भोजन दिया गया है।

मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर स‍िंह धामी ने मंगलवार देर शाम एक्‍स पर एक पोस्‍ट में जानकारी देते हुए बताया क‍ि सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने हेतु राहत एवं बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है। भारतीय वायुसेना के विमानों द्वारा विशेष उपकरण भी मंगवाए गए हैं। सिलक्यारा में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ, अन्तर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ और भारत सरकार की अन्य तकनीकी एजेंसियों को प्रदेश सरकार पूर्ण सहयोग प्रदान कर रही है। टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्‍होंने ल‍िखा क‍ि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं भी बचाव कार्यों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।

वहीं, जब कैमरा अंदर भेजकर मजदूरों से संवाद किया गया तो हो नहीं पाया, लेकिन साफ देखा जा सकता है कि टीम की आवाज सुनकर दसवें दिन श्रमिकों के चेहरे पर खुशी दिखाई दी। अब उनमें भी उम्मीद जग गई है कि उन्हें जल्द ही बाहर निकाल लिया जाएगा। 

राज्य से लेकर केंद्र तक के कई संगठन एक साथ रेस्क्यू में जुट गए हैं। सोमवार को मजदूरों की स्थिति देखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था, पर अंदर धूल होने से तस्वीरें साफ नहीं आ पाईं थीं।

By DTI