बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में इस बार फोटो खींचने व वीडियो बनाने पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। होटल मालिकों को श्रद्धालुओं को कपड़े के चप्पल-जूते व जुराब देने होंगे।

मंदिर के आसपास सीमित संख्या में ही प्रसाद की दुकानें लगाई जाएंगी। बदरीनाथ यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर आयोजित बैठक में यात्रा को लेकर उक्त समेत कई सुझावों पर निर्णय लिए गए।

जिलाधिकारी डा. संदीप तिवारी ने सोमवार को चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर बैठक ली। उन्होंने यात्रा को बेहतर बनाने के लिए सभी हितधारकों से सुझाव मांगे।

इस क्रम में जिलाधिकारी ने पाण्डुकेश्वर में लगाए गए पुलिस बैरिकेडिंग, धाम में जूतों के प्रबंधन, भीड़ प्रबंधन, दुकानदारों के मुद्दों और यात्रियों के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर चर्चा की। होटल एसोसिएशन की ओर से राजेश मेहता ने बताया कि पाण्डुकेश्वर में पुलिस बैरिकेडिंग से होटल मालिकों का नुकसान होता है।ऐसे में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि चमोली के लोकल लोगों की चेकिंग न हो और होटल क्षमता के अनुसार यात्रियों को आगे जाने दिया जाए।

धाम में जूतों के ढेर लगने की समस्या को दूर करने के लिए साकेत तिराहे पर जूता स्टैंड बनाने के साथ ही होटल मालिकों से कपड़े के जूते या मोटी जुराब देने को कहा गया। साथ ही दुकानदार भी जूते के स्टैंड की जगह सुनिश्चित रखें, जिससे एक ही जगह अनावश्यक भीड़ न जमा हो।बीकेटीसी के सीईओ विजय थपलियाल ने कहा कि मंदिर के पास प्रसाद की दुकानें ज्यादा लगने से अनावश्यक भीड़ लग जाती है।

ऐसे में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जो लोग 25-30 साल से दुकानें लगा रहे हैं, केवल उन्हें ही दुकानें लगाने दी जाएं। साथ ही कहा कि एक परिवार का एक ही व्यक्ति दुकान लगाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि ऐसे प्वाइंट जरूर चिह्नित करें, जहां दुकान लगाने की अनुमति नहीं देनी है।बीकेटीसी सीईओ ने बताया कि मंदिर परिसर के अंदर वीडियो काल और फोटो लेने पर प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि इससे मंदिर परिसर में अनावश्यक भीड़ हो जाती है। साथ ही ऐसा करने वाले पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।यातायात प्रबंधन और पार्किंग की व्यवस्था की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने बताया कि होटल एसोसिएशन को बुकिंग वाली गाड़ियों की पार्किंग व्यवस्था करनी चाहिए, अन्यथा चालान काटने पर होटल मालिक विरोध करते हैं।सभी होटल मालिकों को आक्सीजन कंसंट्रेटर अनिवार्य रूप से रखने के निर्देश दिए गए। साथ ही हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से 13 भाषाओं में जारी हेल्थ एडवाइजरी के क्यूआर कोड को प्रतिष्ठानों में लगाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि मंदिर दर्शन के लिए स्लाट सिस्टम की व्यवस्था की गई है और होटल एसोसिएशन को इसके बारे में यात्रियों को जानकारी देनी होगी।

गोपेश्वर। से दिव्या टाइम्स इंडिया।

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